पिया तेरी मेहंदीदेखूं तो कैसे पिया तेरी मेहंदीदेखूं तो कैसे
दोस्त, क्यों बार बारमुझे आज़माते हो तेरी तरह मैं भी काँटों पे चलता हूँतेरी तरह मैं भी सूरज को तकता हू... दोस्त, क्यों बार बारमुझे आज़माते हो तेरी तरह मैं भी काँटों पे चलता हूँतेरी तरह मै...